गृह प्रवेश एक प्रमुख हिन्दू धार्मिक प्रतिष्ठा और पूजा प्रथा है जिसमें एक नए घर में पहली बार प्रवेश करने के पश्चात् उस घर की शुभारंभ की पूजा की जाती है। इस पूजा में घर के देवता, भगवान और उनके आशीर्वाद का आदर किया जाता है, ताकि नये घर में शुभता, समृद्धि, और सुरक्षा की कामना की जा सके।
गृह प्रवेश पूजा में विशेष रूप से घर के मुख्य प्रवेश द्वार या द्वारदलन पर पूजा का आयोजन किया जाता है। इस पूजा में विभिन्न पूजा सामग्री और वस्त्र उपयोग किए जाते हैं, जैसे कि कलश, चावल, दूध, घी, मिष्ठान, धूप, दीप, फूल, धनिया, कुमकुम, हल्दी, नरमा, आदि।
पूजा में मंत्रों, भजनों, और वेदिक मन्त्रों का पाठ किया जाता है, जो नए घर की शुद्धि, शांति, और प्रसन्नता की कामना को प्रकट करते हैं। इसके साथ ही, पूजा के बाद प्रसाद का वितरण और अतिथियों का स्वागत भी किया जाता है।
गृह प्रवेश पूजा का आयोजन प्रवासी क्षेत्र, संगठन या संस्थान में भी किया जा सकता है, ताकि नए स्थान में सकारात्मक ऊर्जा और आनंद का आगमन हो सके। यह पूजा आपके संबंधित परिवार और सामाजिक परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण घटना होती है और आपके नए घर के लिए शुभारंभ का संकेत माना जाता है।