तिल या मस्सा शरीर पर विभिन्न स्थानों पर पाए जाते हैं और विभिन्न परंपरागत विचारों और ज्योतिषीय विश्वासों के आधार पर उनका महत्व होता है। यह शुभ या अशुभ माने जाने की बजाय स्थान, आकार, रंग आदि के आधार पर भी हो सकता है और इसका व्यक्ति के जीवन में किसी विशेष प्रभाव का संकेत माना जा सकता है।
निम्नलिखित कुछ उदाहरण हैं जिनमें तिल के महत्व का वर्णन किया गया है, लेकिन यह स्थान और सांकेतिक अर्थ के अनुसार बदल सकता है:
चेहरे पर तिल: कुछ लोग यह मानते हैं कि चेहरे पर तिल स्थिति के अनुसार भविष्य में सफलता या समृद्धि का संकेत हो सकता है।
होठ पर तिल: इसे भाग्यशाली स्थान माना जाता है और यह व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का प्रतीक हो सकता है।
गर्दन पर तिल: गर्दन पर तिल को माना जाता है कि व्यक्ति की सफलता में बाधाएँ आ सकती हैं, लेकिन यदि व्यक्ति मेहनती हो तो उसे पार करने में सफल हो सकता है।
हृदय पर तिल: यह स्वास्थ्य, प्यार और रोमांस के संकेत के रूप में देखा जा सकता है।
हाथ पर तिल: हाथ पर तिल को कार्य-क्षेत्र में सफलता का संकेत माना जा सकता है।
पैर पर तिल: पैर पर तिल को यातायात, यात्रा और सफलता के प्रतीक के रूप में देखा जा सकता है।
यदि आप ज्योतिष या परंपरागत विश्वासों में रुचि रखते हैं, तो आपके लिए यह जानकारी उपयोगी साबित हो सकती है। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि आधुनिक विज्ञान और चिकित्सा विज्ञान में इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, और तिलों के स्थान और महत्व का अध्ययन स्वयं करना उपयोगी हो सकता है।