कालसर्प दोष भी एक ज्योतिषीय दोष है जिसे हिंदू ज्योतिष में महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे कालसर्प योग, कालसर्प दोष या नागदोष भी कहा जाता है। कालसर्प दोष के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
कारण और प्रकार: कालसर्प दोष का कारण मानव जन्मकुंडली में राहु और केतु के किसी एक ग्रह के साथ बड़े या छोटे अंशों में होने में होता है। इसे दो प्रकार में विभाजित किया जाता है - उपग्रह योग और नीचभंग योग।
प्रभाव: कालसर्प दोष व्यक्ति के जीवन में अड़चनें और चुनौतियों का प्रतीक माना जाता है। यह संकेत कर सकता है कि व्यक्ति के पास उचित निर्णय और सावधानी बरतने की आवश्यकता हो सकती है।
उपाय: कालसर्प दोष को शांत करने के लिए विभिन्न प्रकार के ज्योतिषीय उपाय सुझाए जाते हैं, जैसे कि नाग पूजा, मंत्र जाप, रत्न धारण, आदि।
कुंडली मिलान: विवाह के समय, कालसर्प दोष वाले व्यक्ति की कुंडली का मिलान अद्यतन कुंडली मिलान के साथ किया जाता है, ताकि विवाहित जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या से बचा जा सके।
कृपया ध्यान दें कि कालसर्प दोष या किसी भी ज्योतिषीय दोष का मानव जीवन पर प्रभाव वास्तविकता में कितना होता है, यह विवादास्पद है और विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोणों से आगाही और पूजनीय हो सकता है। यदि आपको ऐसा विश्वास है, तो आपको एक विशेषज्ञ ज्योतिषी की सलाह प्राप्त करना उचित हो सकता है।