"ग्रहण योग" एक ज्योतिष दोष है जब सूर्य और चंद्रमा किसी ग्रह के शिखर पर या उसके बीच में आते हैं। यह दोष सूर्य ग्रहण योग या चंद्र ग्रहण योग के रूप में प्रकट हो सकता है, जो किसी विशेष समय में घटता है। इसके परिणामस्वरूप जातक के जीवन में अशुभ प्रभाव हो सकता है, जैसे कि स्वास्थ्य, परिवार, पेशेवर और व्यापारिक क्षेत्र में समस्याएँ।
ग्रहण योग शांति पूजा की प्रक्रिया में निम्नलिखित तरीके का पालन किया जा सकता है:
पूजा स्थल की तैयारी: एक शुद्ध और पवित्र स्थल को पूजा के लिए तैयार करें।
सूर्य या चंद्र मूर्ति की स्थापना: यदि सूर्य ग्रहण योग के लिए है, तो सूर्य की मूर्ति या प्रतिमा को पूजा स्थल पर स्थापित करें। यदि चंद्र ग्रहण योग के लिए है, तो चंद्रमा की मूर्ति या प्रतिमा को स्थापित करें।
पूजा सामग्री: ग्रहण योग शांति पूजा के लिए विभिन्न पूजा सामग्री तैयार करें, जैसे कि पुष्प, दीपक, धूप, आरती सामग्री, आदि।
पूजा और अर्चना: सूर्य या चंद्र मूर्ति की पूजा और अर्चना करें, उन्हें पुष्प, दीपक, धूप, आदि से पूजें।
मंत्र पाठ और जाप: ग्रहण योग शांति पूजा के लिए विशेष मंत्रों का पाठ करें और उनका जाप करें।
हवन: यज्ञकुंड में हवन करें और मंत्रों का जाप करें, जो दोष के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने में मदद कर सकते हैं।