तुलसी घाट वाराणसी के 84 घाटों में से एक है। यह घाट गंगा नदी के किनारे स्थित है और अस्सी घाट के पास है। तुलसी घाट का नाम प्रसिद्ध संत और कवि तुलसीदास के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने रामचरितमानस और हनुमान चालीसा की रचना की थी।
तुलसी घाट एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां तुलसीदास की समाधि स्थित है। समाधि के पास एक मंदिर भी है, जिसमें तुलसीदास की एक मूर्ति है।
तुलसी घाट एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल भी है। यहां हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। घाट पर गंगा में स्नान करने, पूजा करने और नाव की सवारी करने का आनंद लिया जा सकता है।
तुलसी घाट के कुछ प्रमुख आकर्षण निम्नलिखित हैं:
तुलसी घाट का इतिहास बहुत पुराना है। माना जाता है कि तुलसीदास ने अपने जीवन के अंतिम वर्षों में इस घाट पर ही बिताए थे।