संत रविदास घाट वाराणसी का सबसे दक्षिणी और सबसे बड़ा घाट है। यह घाट गंगा नदी के किनारे स्थित है और नगवा क्षेत्र में है। संत रविदास घाट का निर्माण 2006 में उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने करवाया था। इस घाट का नाम संत रविदास के नाम पर रखा गया है, जो एक महान संत, दार्शनिक और समाज सुधारक थे।
संत रविदास घाट एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां हर दिन बड़ी संख्या में रविदासियों और अन्य श्रद्धालु आते हैं। घाट पर गंगा में स्नान करने, पूजा करने और नाव की सवारी करने का आनंद लिया जा सकता है।
संत रविदास घाट के कुछ प्रमुख आकर्षण निम्नलिखित हैं:
संत रविदास स्मारक पार्क
संगमरमर की सीढ़ियां
छतरीदार स्तंभ
नाव की सवारी
पर्यटक सुविधाएं
संत रविदास घाट वाराणसी आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक अवश्य देखने वाला स्थान है।
संत रविदास स्मारक पार्क घाट के केंद्र में स्थित है। यह पार्क 25 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें संत रविदास की एक बड़ी मूर्ति है। पार्क में एक संग्रहालय भी है, जिसमें संत रविदास के जीवन और कार्यों के बारे में जानकारी दी गई है।