दिवाली के चार दिन बाद काशी के तुलसी घाट पर शनिवार को 496 वर्षों से लगातार हो रही अद्भुत 'नाग नथैया लीला' का आयोजन किया गया। इस अनोखे पल को देखने के लिए काशी के तुलसी घाट पर हजारों की भीड़ जुटी रहती है
नाग नाथाया तुलसी घाट वाराणसी के प्रसिद्ध स्थलों में से हैं। वाराणसी, जिसे बनारस भी कहा जाता है, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के एक प्रमुख शहर है, और यह गंगा नदी के किनारे स्थित है।
नाग नाथ या नाग बाबा वाराणसी के प्रमुख साधु हैं और वे गोरक्षनाथ के अनुयायी होते हैं। वे अपने तपस्या और अद्वितीय जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध हैं। नाग नाथ के मंदिर और आश्रम वाराणसी में विभिन्न स्थलों पर स्थित हैं, और उनमें से एक चर्चित स्थल तुलसी घाट है।
तुलसी घाट गंगा नदी के किनारे स्थित है और यहाँ पर नाग नाथ या नाग बाबा के मंदिर होते हैं, जो साधकों और पर्यटकों के बीच महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल माने जाते हैं। यहाँ पर आने वाले लोग ध्यान और तपस्या के लिए आते हैं और नाग नाथ के आदर्शों का पालन करते हैं।
तुलसी घाट वाराणसी के पारंपरिक और आध्यात्मिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह गंगा स्नान के लिए भी प्रसिद्ध है।