मकर संक्रांति

मकर संक्रांति वाराणसी में एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार है। यह त्योहार सूर्य के उत्तरायण होने का प्रतीक है, जो एक शुभ अवसर माना जाता है।

मकर संक्रांति हिंदू धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म में मनाया जाता है। यह त्योहार भारत, नेपाल और अन्य दक्षिण एशियाई देशों में भी मनाया जाता है।

वाराणसी में, मकर संक्रांति का त्योहार गंगा नदी में स्नान करके मनाया जाता है। इस दिन, लाखों श्रद्धालु और पर्यटक गंगा नदी में स्नान करने के लिए वाराणसी आते हैं।

वाराणसी के विभिन्न मंदिरों और घाटों में भी मकर संक्रांति के अवसर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में, भगवान सूर्य की पूजा और आरती की जाती है।

मकर संक्रांति के दिन, वाराणसी में तिल और गुड़ का प्रसाद वितरित किया जाता है। तिल और गुड़ को शुभ माना जाता है और माना जाता है कि यह स्वास्थ्य और समृद्धि को बढ़ावा देता है।

मकर संक्रांति का त्योहार एक ऐसा अवसर है जब हिंदू, जैन और सिख धर्म के अनुयायी एक साथ मिलकर भगवान सूर्य की पूजा करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करते हैं। यह एक ऐसा अवसर भी है जब लोग एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं और एक दूसरे को तिल और गुड़ का प्रसाद देते हैं।

वाराणसी में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित होने वाले कुछ प्रमुख कार्यक्रम निम्नलिखित हैं:

  • विभिन्न मंदिरों और घाटों पर भगवान सूर्य की पूजा और आरती
  • गंगा नदी में स्नान
  • तिल और गुड़ का प्रसाद वितरण

वाराणसी में मकर संक्रांति का त्योहार एक बहुत ही भव्य और उत्सवपूर्ण माहौल में मनाया जाता है। यह एक ऐसा त्योहार है जो वाराणसी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।