शिव पुराण

"शिव पुराण" हिन्दू धर्म में एक प्रमुख पुराण है जो भगवान शिव के अवतार, लीलाएं, महत्वपूर्ण कथाएं और उनकी भक्ति की महत्वपूर्ण बातें संकलित करता है। यह पुराण भगवान शिव की महिमा, शक्तियाँ, उनके विविध अवतार और उनके भक्तों के कथानक को विस्तार से वर्णन करता है।

"शिव पुराण" के विभिन्न खंडों में भगवान शिव की जीवनी, उनकी पत्नी पार्वती के साथ विवाह, उनके पुत्र कार्तिकेय का जन्म, उनके भक्त प्रहलाद की कथा, राजा दक्ष का यज्ञ और उसकी विनाशकारी परिणति, अमृत पीने का महत्वपूर्ण कथानक, राजा चित्रकेतु की कथा, गंगा नदी का अवतरण, भगवान शिव की तापस्या और उनके अन्य महत्वपूर्ण कार्य वर्णित हैं।

यह पुराण भगवान शिव की भक्ति को प्रमोट करता है और उनके दिव्य गुणों की महत्वपूर्णता को उजागर करता है। यह धार्मिक और आध्यात्मिक तत्त्वों को समझने में मदद करता है और व्यक्ति को आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान करता है।

"शिव पुराण" के विभिन्न रूप और खंडों में विभिन्न आद्यात्मिक और धार्मिक बातें होती हैं और इसे पढ़कर व्यक्ति अपने जीवन में सद्गति और आध्यात्मिक प्रगति की दिशा में बढ़ सकता है।