मांगलिक दोष

मांगलिक दोष एक ज्योतिषीय ग्रहण या दोष है जिसे हिंदू ज्योतिष में महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे "मंगल दोष", "कुज दोष", या "अंगारक दोष" भी कहते हैं। इसे कुज ग्रह (मंगल ग्रह) के आकार और स्थिति के आधार पर जन्मकुंडली में देखा जाता है।

मांगलिक दोष के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  1. विवाह में प्रभाव: मांगलिक दोष का मानव जीवन में विवाह को प्रभावित करने में बड़ा महत्व होता है। इसका कारण है कि मंगल ग्रह को शांत करने के लिए विशेष उपायों की आवश्यकता हो सकती है।

  2. संघर्ष और उत्तेजना: मांगलिक दोष वाले व्यक्तियों को अधिक संघर्षपूर्ण और उत्तेजनात्मक प्रवृत्ति का प्रतिष्ठान होता है, जिससे उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में परिप्रेक्ष्य में संकट आ सकता है।

  3. उपाय: मांगलिक दोष को शांत करने के लिए विभिन्न प्रकार के ज्योतिषीय उपाय सुझाए जाते हैं, जैसे कि कुंडली में दृढ़ कुंडली मिलान, मांगलिक पुजा, माणिक्य धारण, आदि।

  4. कुंडली मिलान: विवाह के समय, मांगलिक दोष वाले व्यक्ति की कुंडली का मिलान दृढ़ कुंडली मिलान के साथ किया जाता है, ताकि विवाहित जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या से बचा जा सके।

कृपया ध्यान दें कि मांगलिक दोष या किसी भी ज्योतिषीय दोष का मानव जीवन पर प्रभाव वास्तविकता में कितना होता है, यह विवादास्पद है और विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोणों से आगाही और पूजनीय हो सकता है। यदि आपको ऐसा विश्वास है, तो आपको एक विशेषज्ञ ज्योतिषी की सलाह प्राप्त करना उचित हो सकता है।