होरा

"होरा" एक ज्योतिषीय शब्द है जो ज्योतिष शास्त्र में प्रयुक्त होता है और व्यक्ति के जीवन में विभिन्न क्षेत्रों में सफलता और बल की पहचान के लिए किया जाता है। होरा ज्योतिष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को देखने में मदद करता है।

होरा के कुछ महत्वपूर्ण पहलु:

  1. होरा चारण: होरा की विशेषता है कि यह दिन के समय को द्वादश घंटों में विभाजित करके उन घंटों को प्रकट करता है जो अधिक से अधिक शुभ योगों में आते हैं। होरा चारण के आधार पर व्यक्ति अपने कार्यों के लिए उचित समय का चयन कर सकता है।

  2. शुभ और अशुभ होरा: होरा दिन के द्वादश घंटों में से छः शुभ और छः अशुभ होते हैं। शुभ होरा में किए गए कार्यों की सफलता की संभावना अधिक होती है जबकि अशुभ होरा में कार्यों में बाधाएँ और अडचनें आ सकती हैं।

  3. होरा का प्रयोग: होरा का प्रयोग विभिन्न कार्यों के लिए किया जा सकता है, जैसे कि शिक्षा, व्यापार, नौकरी, विवाह, प्रवास, औषधि विचार, आदि।

  4. होरा मुहूर्त: शादी, गृहप्रवेश, वाहन खरीद, नौकरी प्राप्ति, व्यापार आदि जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए शुभ होरा मुहूर्त चुनने में व्यक्ति का लाभ हो सकता है।

होरा विभिन्न ज्योतिष प्रथाओं और स्थलों के अनुसार बदल सकता है, लेकिन बहुत से लोग होरा का महत्वपूर्ण होने का मानते हैं और इसका उपयोग अपने कार्यों के लिए सहायक रूप में करते हैं।