शीतला घाट

शीतला घाट वाराणसी का एक खूबसूरत घाट है। यह घाट गंगा नदी के किनारे स्थित है और दशाश्वमेध घाट के पास है। शीतला घाट का निर्माण बूंदी के महाराजा ने 18वीं शताब्दी में करवाया था। इस घाट का नाम शीतला माता के मंदिर के नाम पर रखा गया है, जो घाट पर स्थित है। शीतला माता को चेचक और अन्य संक्रामक रोगों की देवी माना जाता है।

शीतला घाट एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। यहां हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। घाट पर गंगा में स्नान करने, पूजा करने और नाव की सवारी करने का आनंद लिया जा सकता है।

शीतला घाट के कुछ प्रमुख आकर्षण निम्नलिखित हैं:

  • शीतला माता का मंदिर
  • गंगा नदी
  • संगमरमर की सीढ़ियां
  • छतरीदार स्तंभ
  • नाव की सवारी
  • पर्यटक सुविधाएं

शीतला माता का मंदिर घाट पर स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर शीतला माता को समर्पित है। मंदिर में शीतला माता की एक सुंदर मूर्ति है।

शीतला घाट का इतिहास बहुत पुराना है। ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मा जी ने इस स्थान पर शीतला माता की स्थापना की थी।